ब्रेकिंग न्यूज़ उत्तरप्रदेश 7 नये मेडिकल कॉलेजों को मिला लेटर ऑफ परमीशन, इसी सत्र से शुरू होगी पढ़ाई

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उत्तरप्रदेश 7 नये मेडिकल कॉलेजों को मिला लेटर ऑफ परमीशन, इसी सत्र से शुरू होगी पढ़ाई

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र को मिला बड़ा तोहफा

– नये मेडिकल कॉलेजों की अपील पर नेशनल मेडिकल कमीशन ने जारी किया लेटर ऑफ परमीशन

– आगरा और मेरठ के मेडिकल कॉलेज में सीटें बढ़ाने को भी मिली अनुमति

– महाराजगंज, शामली और संभल में पीपीपी मॉडल पर स्थापित मेडिकल कॉलेजों में भी शैक्षणिक सत्र को मिली अनुमति

– गोरखपुर में नये निजी मेडिकल कॉलेज में इस शैक्षणिक सत्र के लिए 50 एमबीबीएस सीटों के लिए एलओपी जारी

– हापुड़ में निजी मेडिकल कॉलेज में भी सीट वृद्धि को मिली एनएमसी की अनुमति

– प्रदेश में सरकारी, निजी और पीपीपी मॉडल के मेडिकल कॉलेजों में 10500 एमबीबीएस सीटों पर हो सकेगी काउंसिलिंग

 

लखनऊ, 31 जुलाई। प्रदेश में मेडिकल एजुकेशन को सुदृढ़ करने के प्रयास में जुटी योगी सरकार को बड़ी सफलता हाथ लगी है। योगी सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि नेशनल मेडिकल कमीशन, नई दिल्ली की ओर से प्रदेश के 7 नये मेडिकल कॉलेजों में इसी सत्र (वर्ष 2024-25) से एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू करने को लेकर हरी झंडी मिल गई है। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के 13 नये मेडिकल कॉलेजों को मान्यता देने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से बात की थी, जिसके बाद के सात सरकारी मेडिकल कॉलेजों में शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए लेटर ऑफ परमीशन जारी कर दिया है। वहीं बचे हुए 6 मेडिकल कॉलेज की ओर से एनएमसी में दोबार अपील की जाएगी, विभाग की मानें तो है इन्हें भी जल्द लेटर ऑफ परमीशन प्राप्त हो जाएगा। इसके साथ ही प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलेजों में सीटों को बढ़ाने की अनुमति भी प्राप्त हुई है। इनमें सरकारी, प्राइवेट और पीपीपी मॉडल पर संचालित मेडिकल कॉलेज शामिल हैं। इसके बाद प्रदेश का मेडिकल शिक्षा विभाग इस शैक्षणिक सत्र में 10 हजार 500 एमबीबीएस सीटों पर काउंसिलिंग कराने की तैयारी में जुट गया है।

इन मेडिकल कॉलेज के लिए जारी हुआ लेटर ऑफ परमीशन
मेडिकल शिक्षा विभाग की महानिदेशक किंजल सिंह ने बताया कि बिजनौर, बुलंदशहर, कुशीनगर, पीलीभीत, सुल्तानपुर, कानपुर देहात और ललितपुर के स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए लेटर ऑफ परमीशन जारी किया गया है। इन सातों मेडिकल कॉलेज में 600 एमबीबीएस सीटों पर काउंसिलिंग कराई जाएगी। इसके अलावा आगरा और मेरठ के राजकीय मेडिकल कॉलेजों को क्रमश: 72 और 50 एमबीबीएस सीटों की वृद्धि की गई है। इसके बाद आगरा मेडिकल कॉलेज में 200 और मेरठ मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 150 सीटें हो गई हैं।

निजी और पीपीपी मोड के मेडिकल कॉलेजों में बढ़ी सीटें
डीजीएमई किंजल सिंह के अनुसार पीपीपी मोड में संचालित शामली, महाराजगंज और संभल के मेडिकल कॉलेजों में भी क्रमश: 150, 150 और 50 एमबीबीएस सीटों के लिए शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए लेटर ऑफ परमीशन प्राप्त हुआ है। वहीं निजी क्षेत्र के अंतर्गत स्थापित गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर को नेशनल मेडिकल कमीशन द्वारा इस शैक्षणिक सत्र के लिए 50 एमबीबीएस सीटों के लिए एलओपी जारी की गई है। इसी तरह हापुड़ के जीएस मेडिकल कॉलेज में इस शैक्षणिक सत्र में 100 एमबीबीएस सीटों की वृद्धि के लिए अनुमति प्राप्त हुई है। अब यहां 250 सीटें हो गई हैं।

10,500 सीटों पर कराई जाएगी काउंसिलिंग
विगत शैक्षणिक सत्र में सरकारी मेडिकल कॉलेजों में कुल 3828 एमबीबीएस सीटें काउंसिलिंग के लिए उपलब्ध थीं। वहीं शैक्षणिक सत्र 2024-25 में कुल 722 सीटों की वृद्धि हुई है। अब प्रदेश में सरकार मेडिकल कॉलेजों में कुल 4550 एमबीबीएस सीटें हो गई हैं। इसके अलावा निजी क्षेत्र में अबतक 5450 सीटें थीं। इसमें 150 सीटों की वृद्धि हुई है। अब निजी मेडिकल कॉलेजों में 5600 एमबीबीएस सीटें हो गई हैं। वहीं पीपीपी मोड पर संचालित 3 नये मेडिकल कॉलेजों में 350 सीटें काउंसिलिंग के लिए उपलब्ध है। वर्तमान में प्रदेश में सरकारी, निजी और पीपीपी मोड में संचालित मेडिकल कॉलेजों में 10,500 सीटों पर काउंसिलिंग कराई जाएगी। महानिदेशक ने बताया कि बचे हुए कुछ राजकीय मेडिकल कॉलेज में शैक्षणिक सत्र संचालित करने के लिए नेशनल मेडिकल कमीशन में फिर से अपील दाखिल की जाएगी।

पत्र सूचना शाखा
(मुख्यमंत्री सूचना परिसर)
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, उ0प्र0
मुख्यमंत्री ने विद्युत आपूर्ति, खाद आपूर्ति, नहरों में
पानी और निराश्रित गोवंश के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की
उमस भरी गर्मी और खेती-किसानी के मौसम में पर्याप्त
विद्युत आपूर्ति की जाए, कहीं भी अनावश्यक कटौती न हो
ऊर्जा विभाग के मंत्री के पास हर डिस्कॉम के हर दिन की स्थिति का पूरा
विवरण होना चाहिए, मांग और आपूर्ति पर मंत्री द्वारा स्वयं नजर रखी जाए : मुख्यमंत्री
सभी मंत्रिगण, जनप्रतिनिधियों से मिलने के लिए
एक समय नियत करें, जनप्रतिनिधियों से लगातार संवाद बनाए रखें
ऐसी योजना बनाएं कि प्रदेश में बारिश हो या न हो, लेकिन हर खेत को पानी मिले
जलाशयों में नहरों के माध्यम से पानी पहुंचाया जाए
प्रत्येक किसान को उसकी जरूरत के अनुसार
समय से खाद प्राप्त हो, यह सुनिश्चित किया जाए
खाद की कालाबाजारी और तस्करी वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए
सरकारी गोवंश संरक्षण केंद्र में केयर टेकर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए
गोबरधन योजना को पी0पी0पी0 मोड पर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में आगे बढ़ाया जाए
लखनऊ : 31 जुलाई, 2024
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में विद्युत आपूर्ति, खाद आपूर्ति, नहरों में पानी और निराश्रित गोवंश के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उमस भरी गर्मी और खेती-किसानी के मौसम में पर्याप्त विद्युत आपूर्ति की जाए। कहीं भी अनावश्यक कटौती न हो। उन्होंने निर्देश दिए कि टोल फ्री नम्बर 1912 एक्टिव रखने के साथ ही उपभोक्ता की आने वाली कॉल पर प्रतिक्रिया जरूर दी जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ऊर्जा विभाग के मंत्री के पास हर डिस्कॉम के हर दिन की स्थिति का पूरा विवरण होना चाहिए। मांग और आपूर्ति पर मंत्री द्वारा स्वयं नजर रखी जाए। उन्होंने कहा कि सभी मंत्रिगण जनप्रतिनिधियों से मिलने के लिए एक समय नियत करें। जनप्रतिनिधियों से लगातार संवाद बनाए रखें। उनकी अपेक्षाओं व आवश्यकताओं को समझें और यथोचित निराकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि भूमिगत बिजली केबल डालने से पहले स्थानीय प्रशासन के साथ बैठक करके रणनीति तय की जाए। कब, कहाँ, कैसे केबल डालनी है, मिलकर तय करें। आमजन की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि फीडर के अनुसार विभाग से जुड़े कर्मियों को इंचार्ज बनाएं और उनकी जवाबदेही सुनिश्चित करें। साथ ही जिन क्षेत्रों में आवश्यक विद्युत कटौती करनी पड़ रही है, वहां पर दिन में अतिरिक्त विद्युत की आपूर्ति की जाए। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में सिर्फ ट्यूबवेल के माध्यम से सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता है, वहां के कृषि फीडर को रोस्टर के अनुसार 12 घण्टे विद्युत की आपूर्ति अवश्य करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुराने विद्युत प्लाण्ट के क्षमता विस्तार और नए विद्युत प्लाण्ट की स्थापना के कार्य में तेजी लायी जाए। घरेलू और औद्योगिक क्षेत्र में दिन के समय विद्युत कटौती न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा ऐसा मैकेनिज्म विकसित करें कि डिस्कॉम, जोनल, जनपद की जवाबदेही तय की जा सके। उन्होंने कहा की बिजली चोरी के मामलों में पहले की अपेक्षा काफी अंकुश लगा है, इसको और बेहतर करते हुए बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नहरों में पानी को लेकर इस बार मानसून सीजन में प्रदेश के 31 जनपदों में सामान्य से ज्यादा, वहीं 43 जनपदों में औसत से कम बारिश हुई है, जबकि प्रदेश के एक जनपद में अभी तक न के बराबर बारिश हुई है। उन्होंने निर्देशित किया कि ऐसी योजना बनाएं कि प्रदेश में बारिश हो या न हो, लेकिन हर खेत को पानी मिले। उन्होंने कहा कि जिन जनपदों में राजकीय नलकूप खराब हैं, उनकी जल्द से जल्द मरम्मत कराएं। प्रदेश के 54 जनपदों में नहरें 80 प्रतिशत के ऊपर टेल फीड हो चुकी हैं, अवशेष जिलों में भी बेहतर व्यवस्था बनाई जाए। जलाशयों में नहरों के माध्यम से पानी पहुंचाया जाए। साथ ही जलाशयों की डिसिल्टिंग की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। योजना सस्टेनेबल हो इसकी कार्ययोजना बनायी जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं है। प्रदेश के लगभग हर जनपद में 20-25 दिन की खाद उपलब्ध है। खाद से जुड़ी समितियों के पास भी पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है। प्रत्येक किसान को उसकी जरूरत के अनुसार समय से खाद प्राप्त हो, यह सुनिश्चित किया जाए। खाद की कालाबाजारी और तस्करी कर किसानों के हितों से खिलवाड़ करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि निराश्रित गोवंश संरक्षण के लिए प्रदेश में वृहद संरक्षण केंद्र बनाए गए हैं। संरक्षण केंद्रों में निराश्रित गोवंश के लिए चारे-भूसे का आवश्यक प्रबन्ध किया जाए। साथ ही, सरकारी गोवंश संरक्षण केंद्र में केयर टेकर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। गोबरधन योजना को पी0पी0पी0 मोड पर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में आगे बढ़ाया जाए। बारिश को देखते हुए निराश्रित गोवंश के लिए मुंहपका, खुरपका और गलाघोटूं से सम्बन्धित टीकाकरण अभियान चलाया जाए।

PN-CM-Kakori Train Action Shatabdi Samaroh Preparation Review Meeting

पत्र सूचना शाखा
(मुख्यमंत्री सूचना परिसर)
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, उ0प्र0

मुख्यमंत्री ने काकोरी ट्रेन एक्शन के शताब्दी वर्ष समारोह की तैयारियों की समीक्षा की

वर्ष 2025 में काकोरी ट्रेन एक्शन के 100 वर्ष पूरे हो रहे, भारतीय स्वाधीनता संग्राम के इस अमर कथानक का शताब्दी वर्ष पूरे प्रदेश में धूमधाम से मनाया जाए : मुख्यमंत्री

एक वर्ष तक विविध कार्यक्रमों के माध्यम से काकोरी ट्रेन एक्शन की स्मृतियों को नमन किया जाए

काकोरी ट्रेन एक्शन देश के स्वाधीनता समर की अमर कहानी, यह राष्ट्र के प्रति दायित्व बोध कराने वाला पर्व : मुख्यमंत्री

09 अगस्त, 2024 को काकोरी में मुख्य समारोह के आयोजन के बाद प्रदेश के प्रत्येक शहीद स्मारक पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए

काकोरी ट्रेन एक्शन के अवसर पर हर घर तिरंगा लगाने का कार्यक्रम प्रारम्भ किया जाए, 13 से 15 अगस्त, 2024 के बीच हर घर पर तिरंगा लगाए जाए

एक पोर्टल तैयार किया जाए, जिस पर लोग अपने घरों पर तिरंगा लगाने के बाद सेल्फी लेकर उसे अपलोड करें

09 अगस्त को स्कूलों में प्रभात फेरी निकाली जाए, स्कूलों, कॉलेजों में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों से सम्बन्धित डिबेट का आयोजन किया जाए

लखनऊ : 31 जुलाई, 2024

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि काकोरी ट्रेन एक्शन देश के स्वाधीनता समर की अमर कहानी है। यह राष्ट्र के प्रति दायित्व बोध कराने वाला पर्व है। अगले वर्ष 2025 में इस घटना के 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं, यह अपने अमर नायकों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापन का एक सुअवसर है। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वाधीनता संग्राम के अमर कथानक ऐतिहासिक काकोरी ट्रेन एक्शन का शताब्दी वर्ष पूरे प्रदेश में धूमधाम से मनाया जाए। इस अवसर पर पूरे एक वर्ष तक विविध कार्यक्रमों के माध्यम से काकोरी ट्रेन एक्शन की स्मृतियों को नमन किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में काकोरी ट्रेन एक्शन के शताब्दी वर्ष समारोह की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आगामी 09 अगस्त को काकोरी ट्रेन एक्शन के शताब्दी वर्ष की शुरुआत पर काकोरी में आयोजित कार्यक्रम में वे स्वयं सहभागिता करेंगे। आयोजन के दौरान स्वाधीनता दिवस तक ’हर घर तिरंगा’ फहरा कर अमर शहीदों को नमन भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस वर्ष 09 अगस्त, 2024 को काकोरी में मुख्य समारोह के आयोजन के बाद प्रदेश के प्रत्येक शहीद स्मारक पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए। 09 अगस्त को स्कूलों में प्रभात फेरी निकाली जाए। स्कूलों, कॉलेजों में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों से सम्बन्धित डिबेट का आयोजन किया जाए। साथ ही, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सम्बन्ध में सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया जाए। प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को पुरस्कृत भी किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस अवसर पर स्थानीय या क्षेत्रीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों से सम्बन्धित पेण्टिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाए। 09 अगस्त को काकोरी ट्रेन एक्शन के अवसर पर प्रत्येक शहीद स्मारक पर पुलिस बैण्ड के माध्यम से राष्ट्रगीत की धुन बजायी जाए। इससे पूर्व, शहीद स्मारकों के आस-पास स्वच्छता का अभियान संचालित किया जाए। विभिन्न अस्पतालों में फलों का वितरण किया जाए। युवाओं द्वारा रक्तदान किया जाए। साथ ही, ‘एक पेड़ माँ के नाम’ पर पौधरोपण भी किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 09 अगस्त को काकोरी ट्रेन एक्शन के अवसर पर हर घर तिरंगा लगाने का कार्यक्रम प्रारम्भ किया जाए। 13 से 15 अगस्त, 2024 के बीच हर घर पर तिरंगा लगाए जाए। यह एक जनान्दोलन के रूप में आयोजित किया जाए। एक पोर्टल तैयार किया जाए, जिस पर लोग अपने घरों पर तिरंगा लगाने के बाद सेल्फी लेकर उसे अपलोड करें।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह में गौरव गाथा स्वतंत्रता संग्राम, राष्ट्र चिन्तन विचार, शहीदों को नमन, पर्यावरण संरक्षण एक जीवन शैली, सांस्कृतिक विरासत एवं गौरवशाली इतिहास, समर्पण एवं राष्ट्र की सेवा इत्यादि विषयों पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
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