ओडिशा में आकाशीय बिजली गिरने से 9 लोगों की मौत हो गई और 12 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
ओडिशा में हाल ही में हुई आकाशीय बिजली की घटनाओं ने राज्य के छह जिलों में भारी तबाही मचाई है। शनिवार को हुई इन घटनाओं में कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई और 12 से अधिक लोग घायल हुए हैं। यह घटनाएँ मयूरभंज, भद्रक, केंद्रपाड़ा, गंजम, क्योंझर और ढेंकनाल जिलों में हुई हैं, जहां भारी बारिश के चलते बिजली गिरने की घटनाएँ बढ़ गईं।
घटना का विवरण
मयूरभंज जिले के सिंगारापारा गांव में एक दंपति, जो अपने खेत में काम कर रहे थे, बिजली गिरने से मौके पर ही जान गंवा बैठे। इसी तरह, भद्रक जिले के साहूपाड़ा गांव में भी बिजली गिरने से एक किसान की मौत हो गई। क्योंझर जिले में, गुडीकांसा गांव में दो महिलाएं और एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इसके अलावा, बरगढ़ जिले में भी बिजली गिरने की घटनाओं में कई लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है
सरकार की प्रतिक्रिया
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इन घटनाओं पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये की मुआवजा राशि देने की घोषणा की है और यह भी सुनिश्चित किया है कि सभी घायलों का इलाज राज्य सरकार द्वारा मुफ्त में किया जाएगा[2][3][7].
बिजली गिरने से होने वाली मौतों का इतिहास
ओडिशा में पिछले कुछ वर्षों में बिजली गिरने से होने वाली मौतों की संख्या चिंताजनक रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 5 वर्षों में राज्य में 10,741 मौतें दर्ज की गई हैं, जो प्रति 1,000 वर्ग किमी में 69 मौतों के साथ सबसे अधिक हैं
यह स्थिति विशेष रूप से चिंताजनक है, क्योंकि मौसम में बदलाव और जलवायु परिवर्तन के कारण ऐसे हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है।
निष्कर्ष
यह घटना ओडिशा के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि प्राकृतिक आपदाओं के प्रति जागरूकता और सुरक्षा उपायों की आवश्यकता है। स्थानीय प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिया है, लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए ठोस उपायों की आवश्यकता है।