नीलकंठ पक्षी: दशहरा के दिन शुभ दर्शन की मान्यता!
दशहरा 2024: दशहरा, हिंदू धर्म में एक महापर्व माना जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। इस दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन को विशेष शुभ माना जाता है। लेकिन इसके पीछे की मान्यता क्या है? आइए, जानते हैं।
नीलकंठ पक्षी और भगवान शिव का संबंध
नीलकंठ पक्षी को भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब भगवान शिव ने समुद्र मंथन के दौरान विष का पान किया था, तब उन्होंने इस रंग-बिरंगे पक्षी का रूप धारण किया था। इसलिए, दशहरा के दिन नीलकंठ का दर्शन करना विशेष महत्व रखता है। नीलकंठ, धैर्य और बलिदान का प्रतीक भी है, जो हमें कठिनाइयों का सामना करने की प्रेरणा देता है।
मान्यता के अनुसार
कहा जाता है कि दशहरा के दिन भगवान शिव नीलकंठ पक्षी के रूप में धरती पर आए थे। यह पक्षी विजय का प्रतीक भी माना जाता है। मान्यता है कि भगवान राम ने जब नीलकंठ पक्षी का दर्शन किया, तभी उन्होंने रावण पर विजय प्राप्त की थी। इसके अलावा, जब भगवान राम को रावण का वध करने के बाद ब्रह्महत्या का पाप लगा, तब उन्होंने लक्ष्मण के साथ भगवान शिव की पूजा की। शिवजी ने उन्हें नीलकंठ पक्षी के रूप में दर्शन देकर आशीर्वाद दिया।
इस प्रकार, दशहरा के दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन को एक शुभ और सकारात्मक संकेत माना जाता है।
नीलकंठ पक्षी से जुड़ी मान्यताएं
1. विवाह के योग:
कुछ मान्यताओं के अनुसार, दशहरा के दिन नीलकंठ के दर्शन से विवाह योग्य लोगों के विवाह में बाधाएं दूर होती हैं और विवाह योग बनते हैं।
2. सकारात्मक ऊर्जा:
नीलकंठ को सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। इसके दर्शन से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और जीवन में खुशहाली आती है।
3. धार्मिक महत्व:
नीलकंठ पक्षी को भगवान शिव का अवतार माना जाता है। विजयदशमी के दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। समुद्र मंथन के दौरान जब देवताओं और दानवों ने अमृत प्राप्त करने के लिए समुद्र का मंथन किया था, तब विष को पीकर भगवान शिव ने संसार का कल्याण किया। इसी कारण उन्हें नीलकंठ भी कहा जाता है।
4. सफलता का प्रतीक:
ऐसा माना जाता है कि नीलकंठ पक्षी के दर्शन से आने वाले समय में सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सफलता मिलती है।
दशहरा 2024 की तिथि
इस साल दशहरा का पर्व 12 अक्टूबर 2024, शनिवार को मनाया जाएगा। पंचांग के अनुसार, यह तिथि 12 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर शुरू होगी और 13 अक्टूबर को सुबह 9 बजकर 8 मिनट पर समाप्त होगी।
दशहरा का पर्व न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह सकारात्मकता और खुशी का संचार भी करता है। नीलकंठ पक्षी के दर्शन से जुड़ी मान्यताएं हमें कठिनाइयों से लड़ने और जीवन में सफलता की ओर बढ़ने की प्रेरणा देती हैं।
ध्यान दें: इस लेख में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है, टीवी9 भारतवर्ष इसकी पुष्टि नहीं करता है।
समुद्र मंथन की कथा
समुद्र मंथन की कथा में देवताओं और दानवों ने अमृत प्राप्त करने के लिए समुद्र का मंथन किया था। लेकिन मंथन के दौरान विष निकला, जिसे पीने के लिए कोई तैयार नहीं था। इस विष के प्रभाव से सृष्टि का नाश होने लगा। तब भगवान शिव ने अपनी करुणा और त्याग के चलते उस विष को पी लिया। इस घटना के दौरान, भगवान शिव का रंग नीला हो गया, और उन्हें नीलकंठ कहा जाने लगा। यही कारण है कि नीलकंठ पक्षी को धैर्य, बलिदान और त्याग का प्रतीक माना जाता है।
निष्कर्ष
दशहरे के दिन नीलकंठ पक्षी का दर्शन करने से न केवल आध्यात्मिक बल्कि मानसिक रूप से भी एक सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव होता है। यह दिन हमें यह सिखाता है कि कठिनाइयों का सामना करते हुए हमें धैर्य और बलिदान की भावना को बनाए रखना चाहिए। इस प्रकार, नीलकंठ पक्षी का दर्शन एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान बन जाता है, जो हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
अतः, इस दशहरे पर नीलकंठ पक्षी को देखना न केवल शुभ है, बल्कि यह जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का एक अवसर भी है।
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन के द्वारा सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक गाँव की इंटरमीडिएट पास महिलाओं के लिए लेकर आयी है एक सुनहरा अवसर !
आपका एक कदम, समाज के भविष्य को बदल सकता है!
यदि आप महिला हैं और समाज की सेवा करने का जज़्बा रखती हैं, तो कन्यादान कल्याण फाउंडेशन का यह सुनहरा अवसर आपके लिए है। कन्यादान कल्याण फाउंडेशन पूरे भारत में महिला शिक्षकों की भर्ती कर रहा है। यह सिर्फ नौकरी नहीं, बल्कि एक सेवा का मिशन है। आपके प्रयासों से न केवल बच्चों का भविष्य उज्ज्वल होगा, बल्कि आपको अपने गाँव और समुदाय के विकास में अहम भूमिका निभाने का मौका मिलेगा।
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन के द्वारा सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक गाँव की इंटरमीडिएट पास महिलाओं के लिए लेकर आयी है एक सुनहरा अवसर !
आवेदन यहाँ से करें :- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp group:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp channel:- CLICK HERE
Click here for Facebook page:- CLICK HERE
Click here for local Facebook page :- CLICK HERE
भविष्य का निर्माण, आपके हाथों में!
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन द्वारा की जा रही हैं –यह भर्ती योजना उन महिलाओं के लिए सुनहरा अवसर है, जो शिक्षा के माध्यम से समाज को सशक्त बनाना चाहती हैं।
हर गाँव में एक महिला शिक्षक:-
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन का उद्देश्य है कि हर गाँव में एक-एक महिला शिक्षिका की नियुक्ति हो,जो बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान करें। यह योजना न सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का प्रसार करेगी, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी प्रदान करेगी।
अपने – अपने घर में रहकर महिलाओं को पढ़ाने की सुविधा मिलेगी यह योजना महिलाओं के लिए बेहद ही सुविधाजनक है क्योंकि वे अपने-अपने घर में ही रहकर बच्चों को पढ़ा सकती हैं। अगर घर में जगह की कमी हो, तो वे लोग अपने गाँव के पंचायत भवन में भी पढ़ाने का विकल्प चुन सकती हैं।
नि:शुल्क शिक्षा का प्रसार हर महिला शिक्षिका को कम से कम 30 बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाने की जिम्मेदारी मिलेगी। यह कदम उन बच्चों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, जो आर्थिक कठिनाइयों के कारण शिक्षा से वंचित रह जाते हैं।
आकर्षक मानदेय : शिक्षिका बनने के बाद आपको प्रति माह ₹3,000 से लेकर ₹10,000 तक मानदेय मिलेगी। यह आर्थिक सहायता आपकी मेहनत और योगदान का सम्मान स्वरुप मिलेगी।
भारत के प्रत्येक राज्यों के हर एक गाँव में एक-एक महिला शिक्षिका की नियुक्ति कन्यादान कल्याण फाउंडेशन कर रही है
1. बिहार राज्य में टोटल कितने शिक्षिका को कन्यादान कल्याण फाउंडेशन बहाल कर रही है ?
बिहार राज्य में टोटल 46,000 शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है कन्यादान कल्याण फाउंडेशन शिक्षण संस्थान प्रत्येक गाँव में एक – एक महिला शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है! सभी शिक्षिका को अपने – अपने गाँव में ही रहकर पढ़ाना है और इसकी सबसे अच्छी बात यह है की शिक्षिका को अपने – अपने घर में ही रहकर पढ़ा सकती है! उनको कही जाने की जरूरत नहीं अगर शिक्षिका के घर में जगह नहीं है तो शिक्षिका अपने – अपने गाँव के पंचायत भवन में भी पढ़ा सकती है! उनको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है!
1. बिहार: कुल 46,000 महिला शिक्षिकाओं की भर्ती
आवेदन यहाँ से करें :- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp group:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp channel:- CLICK HERE
Click here for Facebook page:- CLICK HERE
Click here for local Facebook page :- CLICK HERE
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन के द्वारा सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक गाँव की इंटरमीडिएट पास महिलाओं के लिए लेकर आयी है एक सुनहरा अवसर !
2. झारखण्ड राज्य में टोटल कितने शिक्षिका को कन्यादान कल्याण फाउंडेशन बहाल कर रही है ?
झारखण्ड राज्य में टोटल 32520 शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है कन्यादान कल्याण फाउंडेशन शिक्षण संस्थान प्रत्येक गाँव में एक महिला शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है सभी शिक्षिका को अपने – अपने गाँव में ही रहकर पढ़ाना है और इसकी सबसे अच्छी बात यह है की शिक्षिका को अपने – अपने घर में ही रहकर पढ़ा सकती है! उनको कही जाने की जरूरत नहीं अगर शिक्षिका के घर में जगह नहीं है तो शिक्षिका अपने – अपने गाँव के पंचायत भवन में भी पढ़ा सकती है उनको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है!
आवेदन यहाँ से करें :- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp group:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp channel:- CLICK HERE
Click here for Facebook page:- CLICK HERE
Click here for local Facebook page :- CLICK HERE
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन के द्वारा सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक गाँव की इंटरमीडिएट पास महिलाओं के लिए लेकर आयी है एक सुनहरा अवसर !
3. राजस्थान राज्य में टोटल कितने शिक्षिका को कन्यादान कल्याण फाउंडेशन बहाल कर रही है ?
राजस्थान राज्य में टोटल 107753 शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है कन्यादान कल्याण फाउंडेशन शिक्षण संस्थान प्रत्येक गाँव में एक – एक महिला शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है! सभी शिक्षिका को अपने – अपने गाँव में ही रहकर पढ़ाना है और इसकी सबसे अच्छी बात यह है की शिक्षिका अपने – अपने घर में ही रहकर पढ़ा सकती है! उनको कही जाने की जरूरत नहीं अगर शिक्षिका के घर में जगह नहीं है तो शिक्षिका अपने – अपने गाँव के पंचायत भवन में भी पढ़ा सकती है उनको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है!
आवेदन यहाँ से करें :- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp group:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp channel:- CLICK HERE
Click here for Facebook page:- CLICK HERE
Click here for local Facebook page :- CLICK HERE
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन के द्वारा सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक गाँव की इंटरमीडिएट पास महिलाओं के लिए लेकर आयी है एक सुनहरा अवसर !
4. पंजाब राज्य में टोटल कितने शिक्षिका को कन्यादान कल्याण फाउंडेशन बहाल कर रही है ?
पंजाब राज्य में टोटल 12,581 शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है कन्यादान कल्याण फाउंडेशन शिक्षण संस्थान प्रत्येक गाँव में एक – एक महिला शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है! सभी शिक्षिका को अपने – अपने गाँव में ही रहकर पढ़ाना है और इसकी सबसे अच्छी बात यह है की शिक्षिका अपने – अपने घर में ही रहकर पढ़ा सकती है! उनको कही जाने की जरूरत नहीं अगर शिक्षिका के घर में जगह नहीं है तो शिक्षिका अपने – अपने गाँव के पंचायत भवन में भी पढ़ा सकती है उनको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है!
आवेदन यहाँ से करें :- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp group:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp channel:- CLICK HERE
Click here for Facebook page:- CLICK HERE
Click here for local Facebook page :- CLICK HERE
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन के द्वारा सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक गाँव की इंटरमीडिएट पास महिलाओं के लिए लेकर आयी है एक सुनहरा अवसर !
5. उत्तर प्रदेश राज्य में टोटल कितने शिक्षिका को कन्यादान कल्याण फाउंडेशन बहाल कर रही है ?
उत्तर प्रदेश राज्य में टोटल 57,607 शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है कन्यादान कल्याण फाउंडेशन शिक्षण संस्थान प्रत्येक गाँव में एक – एक महिला शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है! सभी शिक्षिका को अपने – अपने गाँव में ही रहकर पढ़ाना है और इसकी सबसे अच्छी बात यह है की शिक्षिका अपने – अपने घर में ही रहकर पढ़ा सकती है! उनको कही जाने की जरूरत नहीं अगर शिक्षिका के घर में जगह नहीं है तो शिक्षिका अपने – अपने गाँव के पंचायत भवन में भी पढ़ा सकती है उनको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है!
आवेदन यहाँ से करें :- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp group:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp channel:- CLICK HERE
Click here for Facebook page:- CLICK HERE
Click here for local Facebook page :- CLICK HERE
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन के द्वारा सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक गाँव की इंटरमीडिएट पास महिलाओं के लिए लेकर आयी है एक सुनहरा अवसर !
6. मध्य प्रदेश राज्य में टोटल कितने शिक्षिका को कन्यादान कल्याण फाउंडेशन बहाल कर रही है ?
मध्य प्रदेश राज्य में टोटल 54,903 शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है कन्यादान कल्याण फाउंडेशन शिक्षण संस्थान प्रत्येक गाँव में एक – एक महिला शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है! सभी शिक्षिका को अपने – अपने गाँव में ही रहकर पढ़ाना है और इसकी सबसे अच्छी बात यह है की शिक्षिका अपने – अपने घर में ही रहकर पढ़ा सकती है! उनको कही जाने की जरूरत नहीं अगर शिक्षिका के घर में जगह नहीं है तो शिक्षिका अपने – अपने गाँव के पंचायत भवन में भी पढ़ा सकती है उनको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है!
आवेदन यहाँ से करें :- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp group:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp channel:- CLICK HERE
Click here for Facebook page:- CLICK HERE
Click here for local Facebook page :- CLICK HERE
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन के द्वारा सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक गाँव की इंटरमीडिएट पास महिलाओं के लिए लेकर आयी है एक सुनहरा अवसर !
7. महाराष्ट्र राज्य में टोटल कितने शिक्षिका को कन्यादान कल्याण फाउंडेशन बहाल कर रही है ?
महाराष्ट्र राज्य में टोटल 44,198 शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है कन्यादान कल्याण फाउंडेशन शिक्षण संस्थान प्रत्येक गाँव में एक – एक महिला शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है! सभी शिक्षिका को अपने – अपने गाँव में ही रहकर पढ़ाना है और इसकी सबसे अच्छी बात यह है की शिक्षिका अपने – अपने घर में ही रहकर पढ़ा सकती है! उनको कही जाने की जरूरत नहीं अगर शिक्षिका के घर में जगह नहीं है तो शिक्षिका अपने – अपने गाँव के पंचायत भवन में भी पढ़ा सकती है उनको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है!
आवेदन यहाँ से करें :- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp group:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp channel:- CLICK HERE
Click here for Facebook page:- CLICK HERE
Click here for local Facebook page :- CLICK HERE
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन के द्वारा सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक गाँव की इंटरमीडिएट पास महिलाओं के लिए लेकर आयी है एक सुनहरा अवसर !
8. गुजरात राज्य में टोटल कितने शिक्षिका को कन्यादान कल्याण फाउंडेशन बहाल कर रही है ?
गुजरात राज्य में टोटल 19,171 शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है कन्यादान कल्याण फाउंडेशन शिक्षण संस्थान प्रत्येक गाँव में एक – एक महिला शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है! सभी शिक्षिका को अपने – अपने गाँव में ही रहकर पढ़ाना है और इसकी सबसे अच्छी बात यह है की शिक्षिका अपने – अपने घर में ही रहकर पढ़ा सकती है! उनको कही जाने की जरूरत नहीं अगर शिक्षिका के घर में जगह नहीं है तो शिक्षिका अपने – अपने गाँव के पंचायत भवन में भी पढ़ा सकती है उनको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है!
आवेदन यहाँ से करें :- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp group:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp channel:- CLICK HERE
Click here for Facebook page:- CLICK HERE
Click here for local Facebook page :- CLICK HERE
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन के द्वारा सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक गाँव की इंटरमीडिएट पास महिलाओं के लिए लेकर आयी है एक सुनहरा अवसर !
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन के द्वारा सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक गाँव की इंटरमीडिएट पास महिलाओं के लिए लेकर आयी है एक सुनहरा अवसर !
9.उत्तराखंड राज्य में टोटल कितने शिक्षिका को कन्यादान कल्याण फाउंडेशन बहाल कर रही है ?
उत्तराखंड राज्य में टोटल 16,674 शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है कन्यादान कल्याण फाउंडेशन शिक्षण संस्थान प्रत्येक गाँव में एक – एक महिला शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है! सभी शिक्षिका को अपने – अपने गाँव में ही रहकर पढ़ाना है और इसकी सबसे अच्छी बात यह है की शिक्षिका अपने – अपने घर में ही रहकर पढ़ा सकती है! उनको कही जाने की जरूरत नहीं अगर शिक्षिका के घर में जगह नहीं है तो शिक्षिका अपने – अपने गाँव के पंचायत भवन में भी पढ़ा सकती है उनको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है!
आवेदन यहाँ से करें :- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp group:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp channel:- CLICK HERE
Click here for Facebook page:- CLICK HERE
Click here for local Facebook page :- CLICK HERE
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन के द्वारा सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक गाँव की इंटरमीडिएट पास महिलाओं के लिए लेकर आयी है एक सुनहरा अवसर !
10.ओड़िसा राज्य में टोटल कितने शिक्षिका को कन्यादान कल्याण फाउंडेशन बहाल कर रही है ?
ओड़िसा राज्य में टोटल 16,674 शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है कन्यादान कल्याण फाउंडेशन शिक्षण संस्थान प्रत्येक गाँव में एक – एक महिला शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है! सभी शिक्षिका को अपने – अपने गाँव में ही रहकर पढ़ाना है और इसकी सबसे अच्छी बात यह है की शिक्षिका अपने – अपने घर में ही रहकर पढ़ा सकती है! उनको कही जाने की जरूरत नहीं अगर शिक्षिका के घर में जगह नहीं है तो शिक्षिका अपने – अपने गाँव के पंचायत भवन में भी पढ़ा सकती है उनको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है!
आवेदन यहाँ से करें :- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp group:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp channel:- CLICK HERE
Click here for Facebook page:- CLICK HERE
Click here for local Facebook page :- CLICK HERE
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन के द्वारा सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक गाँव की इंटरमीडिएट पास महिलाओं के लिए लेकर आयी है एक सुनहरा अवसर !
11.छत्तीसगढ़ राज्य में टोटल कितने शिक्षिका को कन्यादान कल्याण फाउंडेशन बहाल कर रही है ?
छत्तीसगढ़ राज्य में टोटल 20,619 शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है कन्यादान कल्याण फाउंडेशन शिक्षण संस्थान प्रत्येक गाँव में एक – एक महिला शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है! सभी शिक्षिका को अपने – अपने गाँव में ही रहकर पढ़ाना है और इसकी सबसे अच्छी बात यह है की शिक्षिका अपने – अपने घर में ही रहकर पढ़ा सकती है! उनको कही जाने की जरूरत नहीं अगर शिक्षिका के घर में जगह नहीं है तो शिक्षिका अपने – अपने गाँव के पंचायत भवन में भी पढ़ा सकती है उनको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है!
आवेदन यहाँ से करें :- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp group:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp channel:- CLICK HERE
Click here for Facebook page:- CLICK HERE
Click here for local Facebook page :- CLICK HERE
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन के द्वारा सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक गाँव की इंटरमीडिएट पास महिलाओं के लिए लेकर आयी है एक सुनहरा अवसर !
12.पश्चिम बंगाल राज्य में टोटल कितने शिक्षिका को कन्यादान कल्याण फाउंडेशन बहाल कर रही है ?
पश्चिम बंगाल राज्य में टोटल 40,218 शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है कन्यादान कल्याण फाउंडेशन शिक्षण संस्थान प्रत्येक गाँव में एक – एक महिला शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है! सभी शिक्षिका को अपने – अपने गाँव में ही रहकर पढ़ाना है और इसकी सबसे अच्छी बात यह है की शिक्षिका अपने – अपने घर में ही रहकर पढ़ा सकती है! उनको कही जाने की जरूरत नहीं अगर शिक्षिका के घर में जगह नहीं है तो शिक्षिका अपने – अपने गाँव के पंचायत भवन में भी पढ़ा सकती है उनको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है!
आवेदन यहाँ से करें :- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp group:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp channel:- CLICK HERE
Click here for Facebook page:- CLICK HERE
Click here for local Facebook page :- CLICK HERE
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन के द्वारा सम्पूर्ण राज्यों के हर एक गाँव में एक एक महिला शिक्षिका की नियुक्ति कर रही है, और वह अपने-अपने गाँव के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान करेगी। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का स्तर सुधरेगा और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को भी अच्छा भविष्य मिलेगा।
इस अवसर का लाभ उठाने के लिए पात्रता:
शैक्षिक योग्यता
कम से कम 10+2 (इंटरमीडिएट) उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। साथ ही, द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
आयु सीमा
आवेदन करने के लिए उम्र की सीमा 18 से 35 होनी चाहिए। जो भी महिला इच्छुकऔर शिक्षित है, इस योजना का हिस्सा बन सकती है।
भाषा
हिंदी या अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई पूरी करने वाली महिलाएँ आवेदन कर सकती हैं।
कैसे करें आवेदन:
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन के द्वारा सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक गाँव की इंटरमीडिएट पास महिलाओं के लिए लेकर आयी है एक सुनहरा अवसर !
1. सबसे पहले आवेदन लिंक पर क्लिक करें :- CLICK HERE
2. फॉर्म में अपनी व्यक्तिगत जानकारी नाम, मोबइल नंबर, ईमेल आईडी भरें।
3. एक सुरक्षित पासवर्ड बनाएँ और ओटीपी डालकर फॉर्म को सबमिट करें।
4. इसके बाद फॉर्म में अपनी शैक्षिक योग्यता, फोटो, आधार कार्ड और अन्य आवश्यक दस्तावेज़ों की PDF अपलोड करें।
5. ₹1111 का आवेदन शुल्क ऑनलाइन जमा करें। भुगतान के बाद एक रसीद जारी होगी, जिसे भविष्य के लिए सुरक्षित रखें।
6. आवेदन की पुष्टि के बाद आपको एकडम आईडी कार्ड मिलेगा। चयनित होने पर, एक महीने के भीतर आपको इंटरव्यू के लिए कॉल किया जाएगा।
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन के द्वारा सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक गाँव की इंटरमीडिएट पास महिलाओं के लिए लेकर आयी है एक सुनहरा अवसर !
यह सिर्फ नौकरी नहीं, बल्कि एक सेवा का मौका है!
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन की यह योजना सिर्फ शिक्षण तक सीमित नहीं है। यह एक ऐसा अवसर है, जो महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाती है और साथ ही उन्हें समाज के भविष्य निर्माण का हिस्सा बनाती है।
आपका यह प्रयास सिर्फ 30 बच्चों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि यह पहल पूरे समाज को प्रभावित करेगी। जब आप अपने गाँव के बच्चों को पढ़ाएंगी, तो आप ज्ञान की दीपक जलाएंगी, जो अगली पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन के द्वारा सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक गाँव की इंटरमीडिएट पास महिलाओं के लिए लेकर आयी है एक सुनहरा अवसर !
क्यों बनें कन्यादान कल्याण फाउंडेशन का हिस्सा?
1. गृहिणी से शिक्षिका बनने का मौका : अब महिलाएँ अपने घर से बाहर निकले बिना अपने समुदाय की सेवा कर सकती हैं।
2. गाँव में शिक्षा का प्रसार : ग्रामीण बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी, जिससे उनका भविष्य उज्ज्वल होगा।
3. आर्थिक सहायता : इस योजना के तहत आपको मानदेय के रूप में आर्थिक सहायता मिलेगी, जिससे आपकी आत्मनिर्भरता को बल मिलेगा।
4. समाज में योगदान : आप केवल शिक्षिका नहीं, बल्कि समाज की विकासकर्ता बनेंगी। आपके द्वारा दी गई शिक्षा का प्रभाव हर बच्चे पर पड़ेगा, जिससे वे जीवन में आगे बढ़ सकेगें।
कन्यादान कल्याण फाउंडेशन के द्वारा सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक गाँव की इंटरमीडिएट पास महिलाओं के लिए लेकर आयी है एक सुनहरा अवसर !
अब आप देर न करें, तुरंत आवेदन करें और समाज के उत्थान में अपनी भूमिका निभाएँ।
आवेदन यहाँ से करें :- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp group:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp channel:- CLICK HERE
Click here for Facebook page:- CLICK HERE
Click here for local Facebook page :- CLICK HERE
आपका योगदान, हमारे देश का भविष्य उज्ज्वल बनाएगी। आइए, मिलकर एक शिक्षित समाज का निर्माण करें।
इस तरीके से यह जानकारी न केवल पढ़ने में सरल होगी बल्कि यह प्रेरणादायक भी लगेगी, जो महिलाओं को जोड़ने और उनका मनोबल बढ़ाने में सहायक होगी।
आवेदन यहाँ से करें :- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp group:- CLICK HERE
Click here to join WhatsApp channel:- CLICK HERE
Click here for Facebook page:- CLICK HERE
Click here for local Facebook page :- CLICK HERE